मैं और उसका कंधा
एक ख्वाहिश है की..................
उसके कंधे पर सिर रख कर जी भरकर रो लू,
और मेरे आंसू खतम हो जाए,
ताकि जीवन में कोई भी परिस्थिति मुझे रुला न पाए और फिर
मैं दूर बहुत दूर चला जाऊँ.............
Comments
Post a Comment