अटल जी स्मृति शेष
स्मृति शेष #अटल बिहारी वाजपेयी
हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे...
निकली है बस जान तुम्हारी
तुम्हें दिल से कैसे निकाल पाएंगे
हाँ हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे.
देखा ना जिसे हमने, सिर्फ महसूस कर पाएंगे
तुम्हारी आभा मंडल में सब छोटे रह जाएंगे
धरा के नूर, कोहिनूर हो तुम
हाँ हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे.
धरती में मिलकर भी आसमानी हो जाएंगे
दुश्मन भी थे जिसके दोस्त, वो कैसे रह पाएंगे
तुम कल भी थे,आज हो,किस्से अमर रह जाएंगे
हाँ हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे........
आसमान रोता, पशु पक्षी भी चिल्लाएगे
विपक्षी भी अब आंसू नहीं रोक पाएंगे.
कवि दूंढ़े, नेता दूंढ़े, दूंढ़े नेक इंसान तुझमे,
बतादे तु ही कैसे तेरी भरपाई कर पाएंगे,
हाँ हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे...
लेखनी तेरी देती सीख, उसे कैसे मिटाएंगे
शब्द तेरे कानो में गूंजते,आज नि:शब्द हो जाएंगे
रो रहा होगा आज संसद का हर एक कोना
तेरी गर्जन को कैसे वो भूल जाएंगे
हाँ हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे...
अंबर नहीं बरसे जीतने, आज आसू बरस जाएंगे
भारत माँ की रूह से आज अटल निकल जाएंगे
तुम्हें ना पाकर चप्पा चप्पा आज सिसकेगा
हां हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे..
नेक नियत,सही सोच, इरादे #अटल रह जाएंगे
शिखर पर पहुचकर इठलाते है लोग
तुम्हारी छाप, वैभव ही शिखर हो जाएंगे
हाँ हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे... हाँ हम तुम्हें..
सदा देश का भला सोचने वाले,
आज देश का नुकसान कर जाएंगे
युग का आज अंत कर युगपुरुष कहलाएंगे
हाँ हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे... हाँ हम तुम्हें
धरती पुत्र के लिए आज यमलोक सज जाएँगे
फक्र करेगा आज स्वर्ग लोक भी खुद पर
भारत रत्न को पाकर यमराज भी जश्न मनाएंगे
हां हम तुम्हें यू भुला ना पाएंगे... हाँ हम
अंत में नमन उसको जो खोया हीरा हमने
नही था कोई विरोधी,सब थे उसके अपने l
@नीलेश सिंह
पटना विश्वविद्यालय
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